सोनिया गांधी के उद्धव से लिखित आश्वासन मांगने के कांग्रेस नेता के दावे को शिवसेना ने खारिज किया.

शिवसेना ने कांग्रेस नेता व प्रदेश के पीडब्लूडी मंत्री अशोक चव्हाण के उस दावे को खारिज किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि शिवसेना के साथ हाथ मिलाने से पहले कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शिवसेना से संविधान के दायरे में काम करने को लेकर लिखित में आश्वासन मांगा था।


चव्हाण के इस बयान पर सोमवार को शिवसेना नेता और नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, 'गठबंधन के समय शिवसेना ने न्यूनतम साझा कार्यक्रम के अलावा कुछ भी लिखित नहीं दिया है। न्यूनतम साझा कार्यक्रम तीनों दलों की सहमति से ही बनाया गया। इसलिए सरकार में कोई मतभेद नहीं है।'


रविवार को अशोक चव्हाण ने नांदेड़ में एक सभा के दौरान कहा था कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए थे कि राज्य सरकार को हर हाल में संविधान के दायरे में काम करना होगा। उन्होंने यह भी कहा था कि संविधान की प्रस्तावना का उल्लंघन नहीं होना चाहिए। अगर इसका उलंघन हुआ तो कांग्रेस तुरंत सरकार से बाहर चली जाएगी। यह बात हमने उद्धव ठाकरे के बता दी थी। वह इससे सहमत थे और हमने सरकार बनाई।